लगभग सालभर पहले हमने घोषणा की थी कि हम किसी भी वेबसाइट को पहले मोबाइल के हिसाब से इंडेक्स करने को लेकर नया प्रयोग कर रहे हैं। हमने बताया था कि हम अपने काम की तरक्की बारे में प्रकाशकों को बताते रहेंगे। यह बात हमने पिछले कुछ महीनों में काम करने दौरान Hangouts ऑन एयर पर और Pubcon जैसे सम्मेलन में लोगों से बातचीत के ज़रिए पहुंचाई है।
हम इस बात को दोहरा रहे हैं कि इस समय हमारे क्रॉल करने, इंडेक्स करने और रैंक करने से जुड़े सिस्टम किसी भी वेब पेज के डेस्कटॉप वर्शन पर केंद्रित हैं। इससे मोबाइल पर चीज़ें खोजने वाले लोगों को परेशानी हो सकती है क्योंकि डेस्कटॉप वर्शन, मोबाइल वर्शन से बहुत अलग होता है। इसका मतलब यह है कि मोबाइल का इस्तेमाल करके चीज़ें खोजने वाले लोगों की मदद करने के लिए, हम सामग्री को इंडेक्स करने और उसकी रैकिंग करने के लिए मोबाइल वर्शन का इस्तेमाल करेंगे। वेबमास्टर पाएंगे कि स्मार्टफ़ोन Googlebot से क्रॉल करने में और खोज नतीजों में स्निपेट में काफ़ी इजाफ़ा हुआ है। इसके साथ ही इसमें Google के कैश पेजों की सामग्री भी शामिल होगी, जो कि पेजों के मोबाइल वर्शन से जुड़ी होगी।
● पक्का कर लें कि साइट के मोबाइल वर्शन पर भी अच्छी क्वालिटी की ज़रूरी सामग्री उपलब्ध हो: इसमें सामान्य तौर पर क्रॉल और इंडेक्स किए जा सकने वाले फ़ॉर्मैट में लेख , इमेज (अलग-अलग विशेषता वाले) और वीडियो शामिल हैं।
● स्ट्रक्चर्ड डेटा ज़रूरी है: इंडेक्स करने और उपयोगकर्ताओं की पसंद वाली खोज विशेषताओं के लिए यह साइट के मोबाइल और डेस्कटॉप वर्शन दोनों पर होना चाहिए।
● मेटाडेटा साइट के दोनों वर्शन पर उपलब्ध होना चाहिए: इससे इंडेक्स करने और लोगों को उपलब्ध कराने के लिए पेज की सामग्री के बारे में संकेत मिलता है। उदाहरण के लिए पक्का कर लें कि शीर्षक, मेटा डिस्क्रिप्शन और hreflang एनोटेशन साइट के दोनों वर्शन के सभी पेजों पर समान हों।
● hreflang लिंक, अलग-अलग मोबाइल यूआरएल पर जाँचें: link rel=hreflang एलिमेंट का इस्तेमाल करके इसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाते समय मोबाइल और डेस्कटॉप के यूआरएल को अलग से लिंक करें। ज़रूरी है कि आपके मोबाइल के यूआरएल का hreflang दूसरे मोबाइल के यूआरएल पर दूसरे भाषा/क्षेत्र वर्शन दिखाए और उसी तरह hreflang लिंक के एलिमेंट से वहां डेस्कटॉप को दूसरे डेस्कटॉप के यूआरएल से लिंक करे।
● पक्का कर लें कि साइट को होस्ट करने वाले सर्वर में इतनी क्षमता है कि वे क्रॉल करने की दर के अचानक से बढ़ जाने पर उसे संभाल सकें: इसका उन साइटों पर असर नहीं पड़ता है, जो responsive वेब डिज़ाइन का इस्तेमाल करती हैं और बदलती ज़रूरत के अनुसार सेवा उपलब्ध कराती हैं। ये ऐसी साइटें हैं, जिनका मोबाइल वर्शन अलग होस्ट पर होता है जैसे कि m.example.com
हम ऊपर दिए गए मापदंडों के आधार पर इस बात की स्वतंत्र तौर पर जाँच करेंगे कि साइट मोबाइल पर मोबाइल फर्स्ट इंडेक्स के लिए कितनी तैयार है और इसके तैयार होने पर उसमें ज़रूरी बदलाव करेंगे। यह काम कुछ चुनिंदा साइटों के लिए पहले ही शुरू किया जा चुका है और सर्च टीम इस पर पूरा ध्यान दे रही है।
लोगों को मोबाइल के लिए मोबाइल फर्स्ट इंडेक्स की सुविधा उपलब्ध कराने की शुरुआत को लेकर हम पूरी सावधानी बरत रहे हैं। हमारा मानना है कि इस काम को धीरे-धीरे करने से वेबमास्टर अपनी साइटों को मोबाइल उपभोक्ताओं के लिए तैयार कर सकेंगे। इस वजह से फ़िलहाल हमने इसे पूरा करने के लिए कोई समय सीमा नहीं तय की है। अगर आपके कोई सवाल हैं, तो आप हमारे वेबमास्टर फ़ोरम पर उन्हें पूछ सकते हैं या हमारे सार्वजनिक इवेंट में उठा सकते हैं।